''ब्लू व्हेल गेम'' विश्व भर में ले चुका है 250 बच्चों की जान, भारत में दे चुका है दस
''ब्लू व्हेल गेम'' का ज़िक्र सबसे पहले रूस में हुआ था जब 2015-16 में बहुत से नवयुवाओं ने एक ही तरह से आत्महत्या की । ये एक ऐसा गेम है जिसमे 50 दिन तक आपको टास्क मास्टर द्वारा अलग-अलग टास्क दिए जाते है, जो कि सुबह 4 बजे तक अनलॉक हो जाता है। ये सारे टास्क में गेम खेलने वाले को खुदको नुक्सान पहुँचाना होता है, जैसे अपने हाँथ पर व्हेल बनाना, F57 लिखना। और गेम के पचासवे और आखिरी दिन गेम खेलने वाले को एक ऊंची इमारत से कूदने का टास्क दिया जाता है, जिसमे लोगो की मौत हो जाती है
2016 में गेम के डेवलपर फिलिप बुटकिन को रूस से अरेस्ट कर लिया गया, लेकिन तब तक अमेरिका में ये गेम १३० बच्चों की जान ले चुका था, मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो ब्रिटैन, पाकिस्तान, रूस, को मिलाकर करीब 250 बच्चों की जान जान ले चूका है ये गेम।
पिछले दिनों मुंबई में 1 नवयुवा ने भी छत से कूदकर जान दे दी, इन्वेस्टीगेशन में पाया गया की उसने भी शायद इसी गेम के तहत आत्महत्या की
आप सभी से मस्ट रीड की तरफ से गुजारिस ह की अपने बच्चो को टेक्नोलॉजी से ज्यादा करीब न होने दे, और उन्हें अकेलेपन से बचाने के लिये आप खुद उनकी देखभाल करे